सतपुड़ा के पर्णपाती वन
ओ, सतपुड़ा के पर्णपाती वन, वृक्ष तुम्हारे क्यों है उन्मन। परस्पर करते प्रतिस्पर्धा, चाह उनकी छू ले गगन । मैने देखा सतपुड़ा के बीहड़ जंगल, वृक्ष वहाँ के कुछ उच्छृंखल। … Read More
A place to contribute your stories, ideas, artwork, or climate actions.
ओ, सतपुड़ा के पर्णपाती वन, वृक्ष तुम्हारे क्यों है उन्मन। परस्पर करते प्रतिस्पर्धा, चाह उनकी छू ले गगन । मैने देखा सतपुड़ा के बीहड़ जंगल, वृक्ष वहाँ के कुछ उच्छृंखल। … Read More