पेंच टाइगर रिजर्व में पेंत्थर

नेचुलिस्ट: इमरान खान

पेंच टाइगर रिजर्व मध्य पद्रेश एवं महाराष्ट्र के सीमावर्ती सिल्लारी क्षेत्र में स्थित सिल्लारी गेट में बने पुराने घर जहां पहले इंसानी बस्ती हुआ करती थी यहां वन्यजीव सुरक्षित एवं संवर्धित होकर उत्तरोतर वृद्धि कर रहें है। वर्तमान समय में यहां भारत की बड़ी बिल्लियां जैसे बाघ, तेदुआ एवं अन्य दूसरे वन्यप्राणी सुखमय जीवन व्यतीत करते हैं। ऐसा ही एक शानदार नजारा मुझे यहां देखने को मिला जब एक तेंदुआ वीरान पड़े एक पानी की टंकी पर बड़े ही आत्मविश्वास से भिन्न-भिन्न मुद्राओं में मुझे इठलाते हुए पोज दे रहा था मानों के रहा हो कि, बताओ कैसी है मेरी मौडलिंग की स्टाइल ? मध्यप्रदेश एवं महराष्ट्र फॉरेस्ट डिर्पामेंट एवं दोनों पेंच नेशनल पार्क के अधिकारियों एवं सीमा पर तैनात उनकी टीम को बधाई जो वन्यप्राणियों के कुशल संरक्षण हेतु दिन रात सेवा में लीन हैं।

प्रस्तुत वहीं के लिए मेरे कुछ फोटोग्राफ्स

लेखकः
पेंच नेशनल पार्क से सटे ग्राम टुरिया, निवासी श्री इमरान खान
मात्र 7 वीं क्लास पास हैं किन्तु प्रकृति एवं वन्य प्राणियों के प्रति
उनके अथक प्रयास एवं लगाव के कारण आज वे प्रकृति विद् की श्रेणी में
अपना स्थान बना चुकें हैं। वे एक कुशल वन्यप्राणी ट्रेनर एवं सर्प विशेषज्ञ भी है

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